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Showing posts from December, 2020

Sirum institute,

 08.12.20, पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) कोविशील्ड की आपूर्ति के लिए भारत सरकार के साथ एक समझौता करने के करीब पहुंच गई है। इस आपूर्ति अनुबंध के तहत कंपनी सरकार को 250 रुपये प्रति खुराक की दर से टीका उपलब्ध कराएगी। सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी। एसआईआई आपात स्थिति में कोविशील्ड के इस्तेमाल के लिए भारतीय दवा नियामक को पहले ही आवेदन सौंप चुकी है। एसआईआई ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के टीके कोविशील्ड का विकास अपने पुणे संयंत्र में कर रही है और इसका भंडारण भी कर रही है। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा, 'आपूर्ति अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से जुड़ी चर्चा अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है और शीघ्र ही बात बन सकती है।' एक दूसरे सूत्र ने भी कहा कि चर्चा अंतिम चरण में हैं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कंपनी से कितनी खुराक खरीदी जाएगी। सरकार के साथ होने वाले अनुबंध के तहत टीके की प्रति खुराक करीब 250 रुपये में आएगी। एसआईआई के मुख्य कार्याधिकारी अदर पूनावाला ने सोमवार को ट्विटर पर कहा, 'अपने वादे के अनुसार एसआईआई ने वर्ष 2020 की समाप्ति से पहले आपात स्थिति में इ...

IRDA,

 08.12.20, भारत में बीमा की पहुंच बहुत कम लोगों तक है, लेकिन बीमा नियामक का मानना है कि इसका समाधान बीमा अनिवार्य किया जाना नहीं है क्योंकि भारत ऐसे दौर में है जहां यह उत्पाद मांग पर आधारित होना चाहिए। नियामक का कहना है कि बीमा उद्योग या विभिन्न अन्य हिस्सेदारों द्वारा इसके लिए ग्राहकों पर दबाव नहीं डाला जा सकता है। आईआरडीएआई के सदस्य (गैर-जीवन) टीएल अलामेलु ने कहा, 'सामान्यतया यह फीडबैक आता है कि नियामक या सरकार को कुछ तरह का बीमा अनिवार्य करना चाहिए, लेकिन बीमा को अनिवार्य किया जाना समाधान नहीं है।' नैशनल इंश्योरेंस एकेडमी के 16वें सालाना बीमा सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा, 'टाइटल इंश्योरेंस, ड्रोन इंश्योरेंस और हाउसहोल्ड इंश्योरेंस को अनिवार्य किए जाने की मांग होती रही है। हमारे सामने मोटर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का उदाहरण है, जो कानून के माध्यम से अनिवार्य किया गया है, लेकिन अब भी बीमा न होने के मामले बड़ी संख्या में हैं।' नियामक अब राज्यों को प्रोत्साहित कर रहा है कि वे बगैर बीमा वाले वाहनों का विस्तृत ब्योरा साझा करे, जिससे वाहन मालिकों को रिमाइंडर व संदेश भे...

UPI, Pay phone, google pay,

 08.12.20, वालमार्ट समर्थित फोनपे और गूगल समर्थित गूगल पे ने भारत के यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) में मजबूत पकड़ बना ली है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की ओर से पहली बार जारी अक्टूबर के आंकड़ों के मुताबिक गूगल पे के माध्यम से 85.781 करोड़ ट्रांजैक्शन और फोनपे के माध्यम से 83.988 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए हैं और ये दोनों क्रमश: पहले व दूसरे स्थान पर रहे। दोनों भुगतान प्रदाताओं को मिलाकर मात्रा के आधार पर इनकी हिस्सेदारी 82 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है। आंकड़ों के मुतााबिक 1.66 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन अक्टूबर महीने में गूगल पे के माध्यम से जबकि 1.68 लाख करोड़ रुपये का लेन देन फोन पे के माध्यम से हुआ है। यह अक्टूबर महीने में यूपीआई के माध्यम से लेनदेन के मूल्य का 86 प्रतिशत है। नवंबर महीने में गूगल पे के माध्यम से 96.002 करोड़ लेन-देन हुआ था, जिसका मूल्य 1.61 लाख करोड़ रुपये था, उसके बाद फोन पे के माध्यम से 1.75 लाख करोड़ रुपये का 86.84 करोड़ लेन देन हुआ। भारत के बाजार में कदम रखने वाले व्हाट्सऐप पे के माध्यम से नवंबर में 13.87 करोड़ रुपये के 3 लाख लेन देन हुए। पेटीएम क...

Kiya Motor,

 08.12.20, कार बनाने वाली कोरिया की कंपनी की भारतीय इकाई किया मोटर्स इंडिया जबरदस्त घरेलू मांग के मद्देनजर अपनी क्षमता उपयोगिता में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद कर रही है। कंपनी का मानना है कि आंध्र प्रदेश के अनंतपुर संयंत्र में उसकी क्षमता उपयोगिता का स्तर 2022 तक इष्टतम हो जाएगा। सरकार द्वारा हाल में घोषित उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) का लाभ लेने के लिए निर्यात बढ़ाए जाने से भी मात्रात्मक बिक्री को रफ्तार मिली है। घरेलू बाजार में सोनेट और सेल्टॉस जैसे मॉडलों पर सवार किया मोटर्स इंडिया ने करीब दो साल पहले अपना पहला मॉडल उतारा था। किया मोटर्स इंडिया के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य बिक्री अधिकारी टीजे पार्क ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, 'हमारा मुख्य लक्ष्य अपने अत्याधुनिक अमृतसर संयंत्र में 3,00,000 वाहनों की शीर्ष उत्पादन क्षमता तक पहुंचना है। हमारे बाजार हिस्सेदारी के मुकाबले अधिक वाहनों की बिक्री ज्यादा महत्त्वपूर्ण है।' घरेलू बाजार में महीना दर महीना मात्रात्मक बिक्री में लगातार वृद्धि के कारण हुंडई से संबद्ध कंपनी अपनी विनिर्माण इकाई में दो पाली में उत्पादन शुरू करने ...

Hindalco,

 08.12.20 हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने सिल्वासा में 34,000 टन क्षमता के निष्कर्षण संयंत्र की स्थापना पर 730 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। बिड़ला समूह की कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि इस नए संयंत्र से पश्चिमी एवं दक्षिणी क्षेत्रों में तैयार एल्युमीनियम उत्पादों के लिए तेजी से उभरते बाजारों में आपूर्ति की जाएगी। सिल्वासा परियोजना हिंडाल्को की डाउनस्ट्रीम रणनीति का हिस्सा है क्योंकि कंपनी अपनी दीर्घावधि डाउनस्ट्रीम निवेश योजना को पुनर्जीवित कर रही है। कंपनी ने कहा है कि वह अगले कुछ वर्षों के दौरान मूल्यवद्र्धित उत्पादों का एक व्यापक पोर्टफोलियो तैयार करना चाहती है। इस निवेश से आर्थिक सुधार में विश्वास का पता चलता है क्योंकि आर्थिक सुधार होने पर मूल्यवृद्र्धित उत्पादों की मांग बढ़ेगी। हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक सतीश पई ने कहा, 'भवन एवं निर्माण और वाहन क्षेत्रों से मांग में तेजी के साथ ही हम अर्थव्यवस्था में सुधार देख रहे हैं। इससे हमें आगे बढऩे के लिए आश्वस्त हुए हैं। सिल्वासा संयंत्र से अपने ग्राहकों को तेजी से सेवाएं उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी और हम ऊंची गुणव...

Mindtree,

 08.12.20 आईटी सेवा कंपनी माइंडट्री दूसरी तिमाही में मुनाफे के अनुमान के पार निकल गई, जिसकी वजह अन्य खर्च में कमी और लागत कटौती के लिए उठाए गए कदम से परिचालन में आई दक्षता रही। बेंंगलूरु मुख्यालय वाली कंपनी का शुद्ध लाभ 253.7 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 87.9 फीसदी ज्यादा है जबकि क्रमिक आधार पर 19.1 फीसदी ज्यादा। अन्य खर्च में करीब 128 करोड़ रुपये की बचत से मुनाफे को काफी सहारा मिला। कंपनी का राजस्व सालाना आधार पर इस अवधि में 1,926 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा और उसमें क्रमिक आधार पर एक फीसदी की मामूली बढ़ोतरी हुई। डॉलर राजस्व स्थिर मुद्रा के लिहाज से पिछली तिमाही के मुकाबले 3.1 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 26.1 करोड़ डॉलर रहा। एलऐंडटी समूह के स्वामित्व वाली फर्म का परिचालन मार्जिन क्रमिक आधार पर दूसरी तिमाही में 140 आधार अंकों की बढ़ोतरी के साथ 19.6 फीसदी पर पहुंच गया। कंपनी के आंकड़े बाजार के अनुमान से बेहतर रहे। ब्रोकरेज फर्म सेंट्रम ब्रोकिंग ने क्रमिक आधार पर 8.8 फीसदी की बढ़त व सालाना आधार पर 71.6 फीसदी की बढ़त के साथ शुद्ध लाभ 231.7 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। रुपये के ...

Rakesh Jhunjhunwa,

 08.12.20, Tuesday अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने टाटा मोटर्स में हिस्सेदारी खरीदी है। कंपनी द्वारा जारी सितंबर तिमाही के शेयरधारिता पैटर्न से पता चला है कि झुनझुनवाला ने 4 करोड़ शेयर या 1.29 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है। यह पता नहीं लगाया जा सका है कि क्या उन्होंने जुलाई-सितंबर अवधि के दौरान यह पूरी हिस्सेदारी खरीदी। कंपनियों को 1 प्रतिशत से ज्यादा शेयरधारिता के संदर्भ में नामों का खुलासा करना होता है। मौजूदा बाजार भाव पर, टाटा मोटर्स में झुनझुनवाला की हिस्सेदारी करीब 500 करोड़ रुपये पर है। सितंबर तिमाही के दौरान, टाटा मोटर्स का शेयर 36 प्रतिशत चढ़ा था। तुलनात्मक तौर पर निफ्टी ने समान अवधि में 9.2 प्रतिशत की तेजी दर्ज की। इस महीने के शुरू में, कंपनी ने अपनी ब्रिटिश सहायक इकाई जगुआर लैंड रोवर में सितंबर तिमाही के लिए उम्मीद से बेहतर बिक्री दर्ज की थी। जेएलआर ने तिमाही आधार पर 50 प्रतिशत की बिक्री वृद्घि दर्ज की, क्योंकि उसे चीन और ब्रिटेन में शानदार बिक्री से मदद मिली। झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो पर निवेशकों द्वारा अपनी निवेश रणनीति के लिए बड़े पैमाने पर अमल किया जाता है।  +++...

Bargar king,

  क्विक सर्विस रेस्टोरेंट बर्गर किंग इंडिया का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) शुक्रवार को बंद हो गया और उसे पेश किए गए शेयरों के मुकाबले 157 गुना से ज्यादा आवेदन मिले। इस आईपीओ को 11.7 अरब शेयरों (70,000 करोड़ रुपये) के लिए बोली मिली जबकि कंपनी ने सिर्फ 7.5 करोड़ शेयरों की पेशकश की थी। इस तरह से यह आईपीओ सबसे ज्यादा आवेदन पाने वाले आईपीओ में से एक बन गया। कंपनी रेस्टोरेंट कारोबार का परिचालन करती है, जो कोविड-19 महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र में से एक है। इसके बावजूद कंपनी के आईपीओ को इतने ज्यादा आवेदन मिले। क्यूआईबी श्रेणी में 87 गुना आवेदन मिले, जिसमें एंकर निवेश शामिल नहीं है। धनाढ्य निवेशकों (एचएनआई) और खुदरा श्रेणी में क्रमश: 354 गुना व 68 गुना आवेदन मिले। इस आईपीओ में खुदरा श्रेणी का कोटा 10 फीसदी है क्योंंकि कंपनी मुनाफा के मानकों को पूरा नहींं कर पाई। सामानन्य आईपीओ में खुदरा निवेशकों के लिए 35 फीसदी शेयर होते हैं। विश्लेषकों ने कहा कि बर्गर किंग इंडिया संगठित क्यूएसआर क्षेत्र में काम करती है, जहां अगले पांच साल में बढ़त की सालाना दर 19 फीसदी रहने का अनुमान है और ...

डिस्काउंट ऑफर, ब्रोकिंग फॉर्म

 बाजार हिस्सेदारी और ज्यादा ग्राहक हासिल करने की कोशिश फुल सर्विस ब्रोकरों को ब्रोकरेज घटाने और डिस्काउंट वाले ब्रोकिंग मॉडल की ओर ले जा रहा है। फुल सर्विस ब्रोकर कोटक सिक्योरिटीज ने गुरुवार को ट्रेड फ्री प्लान की पेशकश की, जिसमें इंट्राडे कारोबार के लिए शून्य ब्रोकरेज और अन्य सभी वायदा व विकल्प ट्रेड (इक्विटी, कमोडिटी व करेंसी) के लिए 20 रुपये प्रति ऑर्डर वसूलने की घोषणा की। इस पेशकश से कोटक सिक्योरिटीज को वायदा व विकल्प के क्षेत्र में बाजार हिस्सेदारी सुधारने में मदद मिलेगी। कोटक सिक्योरिटीज ऐसा करने वाली इकलौती ब्रोकेरज फर्म नहीं है। सितंबर में अन्य फुल सर्विस ब्रोकर शेयरखान ने एक अलग कंपनी के जरिये एसप्रेसो प्लेटफॉर्म पेश कर डिस्काउंट ब्रोकिंग के क्षेत्र में कदम रख दिया था। एसप्रेसो के तहत सिर्फ 20 रुपये प्रति ऑर्डर वसूला जाता है जब क्लाइंट इंट्राडे कारोबार में इक्विटी, एफऐंडओ, कमोडिटी और करेंसी में मुनाफा कमाते हैं। इसके अलावा डिलिवरी आधारित लेनदेन पर कोई ब्रोकरेज नहीं लिया जाता। फुल सर्विस ब्रोकर शोध व सलाहकारी सेवाओं समेत कई तरह की सेवाएं मुहैया कराते हैं। डिस्काउंट ब्रोकर व...

अपार्टमेंट से अच्छा है भूखंड,

  कोरोना महामारी के बीच खरीदार अपार्टमेंट के बजाय अलग घरों को महफूज मान रहे हैं और भूखंड यानी प्लॉट की मांग बढ़ गई है। एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स की रिपोर्ट कहती है कि प्लॉट बाजार में नामी-गिरामी डेवलपरों के आने से भी यह सिलसिला बढ़ गया है। कम रकम में घर बनाना चाह रहे लोगों के लिए प्लॉट बेहतर विकल्प होता है। जेएलएल इंडिया के प्रबंध निदेशक (चेन्नई) शिव कृष्णन का कहना है कि किसी प्लॉट की खरीद में अपार्टमेंट के मुकाबले कम खर्च होता है। जो अलग घर चाहते हैं मगर ज्यादा रकम खर्च नहीं कर सकते, वे शहरों के बाहर सस्ते प्लॉट खरीदकर बाद में मकान बनवा सकते हैं। स्क्वायर याड्र्स के मुख्य साझेदार और प्रमुख (इंडिया सेल्स) राहुल पुरोहित कहते हैं कि प्लॉट खरीदने पर यह तय करने की आजादी मिल जाती है कि मकान कब बनाना है। जब रकम आए तब मकान बनवा लें। इसमें जरूरत के मुताबिक खास किस्म का मकान बनवाने की सहूलियत भी होती है। प्लॉट खरीदें तो डिलिवरी से जुड़ा जोखिम भी कफी हद तक खत्म हो जाता है। सौदे के साल-छह महीने के भीतर प्लॉट मिल जाता है। बाद में प्लॉट मालिक जाने कि उसे क्या बनवाना है और कब बनवाना है। मगर क...

वित्तीय रूप से कितने सुरक्षित है हम

 01 .12.20 कोविड-19 के कारण फैली महामारी के कारण बड़ी तादाद में लोगों को नौकरी गंवानी पड़ीं और उनकी आय में भी अच्छी खासी कमी आई। फिर भी देश की दो बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनियों ने त्योहारों के मौके पर आई अपनी-अपनी सेल में चार दिन के भीतर 3.5 अरब डॉलर का सामान बेच डाला। यह आंकड़ा किसी भी समय चौंकाने वाला होता और संकट तथा वित्तीय तंगी के इस दौर में तो से देखकर किसी की भी आंखें फैल जाएंगी। आंकड़ा देखकर वित्तीय सलाहकार मान रहे हैं कि बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी हैसियत से भी बढ़कर खर्च कर दिया है यानी उन्होंने फिजूलखर्ची की है। अगर यह पढ़कर आप भी इस चिंता में पड़ गए हैं कि कहीं आपसे ज्यादा खर्च तो नहीं हो गया तो जल्दी से अपने परिवार की माली हालत का जायजा ले लीजिए और समझ लीजिए कि वित्तीय झटके से निपटने में आप कितने सक्षम हैं। इसके लिए आप एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के फाइनैंशियल इम्यूनिटी कैलकुलेटर का सहारा ले सकते हैं, जो उसकी वेबसाइट पर है। क्या कहता है स्कोर एसबीआई लाइफ ने नीलसन के साथ मिलकर हाल ही में एक सर्वेक्षण किया, जिसमें पता चला कि 50 फीसदी से ज्यादा भारतीय वित्तीय आपात स्थिति के लिए ...

Mobile apps useful in

 01.12.20 तमाम किंतु-परंतु के बाद भारत में व्हाट्सऐप भुगतान सेवा की शुरुआत हो चुकी है। अब इस मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल करने वाले इसकेजरिये रकम भेज पाएंगे। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने इस लोकप्रिय ऐप को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) पर परिचालन शुरू करने की अनुमति दे दी है। भारत में इस समय पेटीएम, फोनपे और गूगल पे सहित कई दूसरे पेमेंट ऐप काम कर रहे हैं। सर्वत्र टेक्नोलॉजिज के प्रबंध निदेशक एवं वाइस चेयरमैन मंदार अगाशे कहते हैं, 'तकनीक के इस्तेमाल के प्रति लोगों का रुझान तेजी से बढऩे के बाद देश में स्मार्टफोन अब हर किसी के हाथों में देखे जा सकते हैं। देश में इस समय करीब 40 करोड़ लोग व्हाट्सऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं।' देश में पेमेंट ऐप का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है, खासकर नोटबंदी के बाद लोगों ने भुगतान के इस अपेक्षाकृत नए माध्यम में खासी रुचि दिखाई है। इन पेमेंट ऐप के बाद बाजार में ऐसे मोबाइल ऐप्लीकेशन भी आ गए हैं, जो खर्च एवं आमदनी पर नजर रखने में आपकी मदद कर सकते हैं। इन दिनों निवेश के विभिन्न विकल्प भी बाजार में उपलब्ध हैं। ऐसे में अपने निवेश का प्रबंधन भी तुलनात्...

FMCG

 01.12.20 देश के उत्तरी क्षेत्र ने जुलाई से सितंबर की अवधि (तीसरी तिमाही) में दमदार प्रदर्शन करते हुए कुल एफएमसीजी बाजार के मुकाबले बेहतर वृद्धि दर्ज की है। तिमाही वृद्धि के आंकड़े कैलेंडर वर्ष के आधार पर हैं। नीलसन ने पिछले सप्ताह जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि तीसरी तिमाही के दौरान उत्तरी क्षेत्र ने 4.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की जबकि इस दौरान कुल एफएमसीजी बाजार की वृद्धि 0.9 फीसदी रही। पूर्व और दक्षिण जैसे क्षेत्रों में क्रमश: 1.3 फीसदी और 1.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। जबकि पश्चिमी क्षेत्र का प्रदर्शन सबसे कमजोर रहा और उसने तीसरी तिमाही के दौरान 4.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की। विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तरी क्षेत्र में ग्रामीण बाजारों के बेहतर योगदान के कारण अच्छी वृद्धि दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि कंपनियां ग्रामीण बाजारों में अपनी पहुंच आक्रामक तरीके से बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं जिससे बिक्री में तेजी दिख रही है। नीलसन का कहना है कि उत्तरी क्षेत्र की कुल बिक्री में ग्रामीण बाजारों का योगदान 38 फीसदी है जो पूर्वी क्षेत्र के 48 फीसदी योगदान से पीछे है। जहां तक बिक्री में ग्रामीण बाजा...

S & P Global Inc,

 प्रमुख डेटा कंपनी एसऐंडपी ग्लोबल इंक ने 44 अरब डॉलर के एक सौदे के तहत आईएचएस मार्किट लिमिटेड को खरीदने के लिए सहमति जताई है। यह 2020 का सबसे बड़ा विलय सौदा होगा जिससे तगड़ी प्रतिस्पर्धा वाले वित्तीय सूचना बाजार में एक दमदार कंपनी तैयार होगी। इस सौदे में 4.8 अरब डॉलर का ऋण भी शामिल है जिससे संकेत मिलता है कि कोविड-19 के टीकों को विकसित करने में मिल रही सफलता के कारण आर्थिक परिदृश्य में सुधार के मद्देनजर सौदा संबंधी गतिविधियों में भी तेजी आ रही है। रेफिनिटिव के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर तिमाही में 1 लाख करोड़ डॉलर से अधिक मूल्य के लेनदेन के साथ रिकॉर्ड सौदे हुए। अधिकतर सौदे प्रौद्योगिकी एवं स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों पर केंदित थे। इस सौदे की शर्तों के अनुसार, आईएचएस मार्किट के प्रत्येक शेयर को एसऐंडपी ग्लोबल के 0.2838 शेयरों के एक निश्चित अनुपात में बदला जाएगा। दोनों कंपनियों ने एक बयान में इसका खुलासा किया है। सौदा पूरा होने के बाद, एसऐंडपी ग्लोबल के शेयरधारकों की एकीकृत कंपनी में करीब 67.75 फीसदी हिस्सेदारी होगी जबकि जबकि आईएचएस मार्किट के शेयरधारकों की हिस्सेदारी लगभग 32.25 फी...

Greenco,

 सिंगापुर के सॉवरिन वेल्थ फंड जीआईसी के निवेश वाली कंपनी ग्रीनको होल्डिंग्स ने गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) के जरिये 2,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। कंपनी जुटाई गई रकम का इस्तेमाल अपनी 10 चालू सौर ऊर्जा इकाइयों के लिए मौजूदा ऋण की अदायगी में करेगी। कंपनी 2,655 करोड़ रुपये मूल्य के मौजूदा डिबेंचर के बदले नए डिबेंचर जारी करेगी। इन इकाइयों को एक उद्देशीय कंपनी (एसपीवी) के तहत एकीकृत किया जाएगा जो आंध्र प्रदेश के कुरनूल सोलर पार्क में 50 मेगावॉट की 10 सौर ऊर्जा इकाइयों का संचालन करती हैं। ग्रीनको ग्रुप अक्षय ऊर्जा का उत्पादन करने वाली एक स्वतंत्र कंपनी है। देश में इसकी परिचालन क्षमता 4.4 गीगावॉट है और 2.6 गीगावॉट क्षमता निर्माणाधीन है। समूह की होल्डिंग कंपनी ग्रीनको एनर्जी होल्डिंग्स में सिंगापुर सॉवरिन वेल्थ फंड जीआईसी और अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी का निवेश है। इंडिया रेटिंग्स ने इसके 10 एसपीवी में से एक जुवैन एनर्जी के प्रस्तावित एनसीडी को एए+ रेटिंग दी है। यह रेटिंग 25 साल के लिए बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के मद्देनजर दी गई है जो 4.63 रुपये प्रति यूनिट की निर्धारित द...

Lakshmi Vilas Bank,

 लक्ष्मी विलास बैंक के निदेशक मंडल ने आज राइट्स इश्यू से 500 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दी। बैंक के निदेशक मंडल की आज बैठक हुई और निदेशक मंडल ने प्रस्तावित राइट्स इश्यू को मंजूरी दे दी। सूत्रों ने कहा कि राइट्स इश्यू का समय सभी मंजूरियों पर आधारित होगा। क्या बोर्ड ने क्लिक्स कैपिटल सौदे और सीईओ की नियुक्ति पर चर्चा की, सूत्रों ने कहा कि क्लिक्स कैपिटल समेत किसी और मसले पर चर्चा नहीं हुई। सूत्रों ने कहा कि अपने निवेश की सुरक्षा के लिए मौजूदा संस्थागत निवेशक राइट्स इश्यू में हिस्सा ले सकते हैं और इसमें आवेदन कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि करीब 60 फीसदी शेयरधारकों ने एमडी व सीईओ और छह निदेशकों (प्रवर्तक के आर प्रदीप समेत) की नियुक्ति के खिलाफ मतदान किया था और उसके बाद आरबीआई ने बैंक की रोजाना की गतिविधियों के प्रबंधन के लिए एक समिति नियुक्त की थी। सूत्रों ने कहा कि बैंक क्लिक्स कैपिटल के साथ विलय योजना को आगे बढ़ाएगा। प्रस्तावित राइट्स इश्यू पूंजी पर्याप्तता अनुपात में इजाफा करने के लिए है। जून में लक्ष्मी विलास बैंक का बेसल-3 अनुपालन वाला पूंजी पर्याप्तता अनुपात घटकर एक तिमाही पहले क...

Future Groups

 01.12.2020 फ्यूचर समूह के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी किशोर बियाणी ने शनिवार को वीडियो कॉलिंग ऐप जूम पर अपने शीर्ष प्रबंधकों और करीब 300 वरिष्ठ पेशेवरों से बीती बातें भूलकर भविष्य की ओर ध्यान देने की अपील की। रिलायंस रिटेल को अपना खुदरा कारोबार, लॉजिस्टिक और थोक संपत्तियां बेचने से कुछ घंटे पहले बियाणी ने अपने सिपहसालारों के साथ यह ऑनलाइन बैठक की थी। बातचीत की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि पूरे कॉल के दौरान बियाणी शांत नजर आए। बियाणी ने शनिवार को ही अपना खुदरा कारोबार रिलायंस रिटेल को 25,000 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा की है। बियाणी को अमेरिकी की दिग्गज खुदरा कंपनी वॉलमार्ट के संस्थापक सैम वाल्टन के जोड़ का बताया जा रहा था। बियाणी को यह बात मालूम थी कि रिलायंस रिटेल के साथ सौदे के बाद उनके कारोबारी जीवन के एक बड़े हिस्से का पटाक्षेप हो जाएगा। रियायंस रिटेल को खुदरा कारोबार बेचने के बाद वह संगठित खुदरा कारोबार से बाहर आ जाएंगे, जिनकी शुरुआत उन्होंने 30 वर्ष पहले की थी। अब बाजी पूरी तरह रिलायंस रिटेल के हाथ में है, जिसने देश के सबसे बड़ी खुदरा कंपनी के तौर पर अपना सिक्क...

Scrips, shares, stocks list

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Mintra, information

 कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण ऑफलाइन रिटेलरों का कारोबार प्रभावित होने के साथ ही वॉलमार्ट की स्वामित्व वाली ऑनलाइन फैशनल रिटेलर मिंत्रा उपभोक्ताओं के साथ जुडऩे के लिए फैशन एवं लाइफस्टाइल ब्रांडों के लिए सबसे प्रभावी रिटेल चैनल बन गई है। मिंत्रा के मुख्य कार्याधिकारी अमर नगरम ने कहा कि कंपनी ने अपने ओमनी चैनल मॉडल के जरिये वैश्विक महामारी के दौरान 1,200 स्टोरों को एकीकृत किया और 200 से अधिक ब्रांडों को अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ा है। उन्होंने कहा, 'यह ब्रांडों में व्यापक रुचि पैदा करते हुए उद्योग के भविष्य को आकार दे रहा है।' पिछले तीन महीनों के दौरान मिंत्रा ने पैंटालून्स, मैक्स फैशन, फैबइंडिया और बाटा जैसे शीर्ष ब्रांडों को अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ा है। त्योहारी महीनों के दौरान इसने नए ग्राहकों की आवक में 80 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जबकि उपयोगकर्ताओं के ट्रैफिक में 85 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई। नगरम ने कहा कि इसने ब्रांडों को मिंत्रा के साथ साझेदारी करने और अपने कारोबार को बढ़ाने की पेशकश की है। उदाहरण केलिए, जर्मन के स्पोट्र्सवियर ब्रांड प्यूमा ने पिछले साल की समान अवधि क...

BSNL, information

19.02.18 दूरसंचार विभाग ने सरकारी टेलीकॉम कंपनियों के हालात सुधारने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं और इसके लिए विभाग एक स्ट्रैटेजिक प्लान तैयार कर रहा है। इस स्ट्रैटेजिक प्लान के तहत सभी सरकारी टेलीकॉम कंपनियां मिलकर काम करेंगी। स्ट्रैटेजिक प्लान के तहत एमटीएनएल, बीएसएनएल, आईटीआई, टीसीआईएल आपस में करार करेंगी। इस स्ट्रैटेजिक प्लान के जरि सरकार की सरकारी टेलीकॉम कंपनियों के रिवाइवल की कोशिश है। केंद्रीय टेलीकॉम मंत्री मनोज सिन्हा 22 फरवरी को प्लान को हर झण्डी देंगे। 💐💐💐💐💐 01.12.2020 भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) और महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) के विवादित 4जी ठेके के लिए बोली लगाने संबंधी अभिरुचि पत्र का मसौदा तैयार करने की कवायद अंतिम चरण में पहुंच गई है। मसौदे की शर्तों के तहत सार्वजनिक क्षेत्र की इन दो दूरसंचार कंपनियों के लिए वे इकाइयां ही बोली लगा पाएंगी, जिन्होंने पिछले तीन साल में कम से कम 2,300 करोड़ रुपये का औसत सालाना वित्तीय कारोबार किया है। वित्त वर्ष 2018 से वित्त वर्ष 2020 या कैलेंडर वर्ष 2017 से 2020 तक जो कंपनियां न्यूनतम सालाना वित्तीय कारोबार संबंधी...

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  ठप पड़ी निजी विमानन कंपनी जेट एयरवेज के नए मालिक की योजना घरेलू बाजार तथा यूरोप और पश्चिम एशियाई देशों के प्रमुख शहरों में फुल सर्विस विमानन कंपनी के तौर पर इसका परिचालन करने की है। जेट एयरवेज सूचीबद्घ कंपनी बनी रहेगी और इसके नए मालिक उज्बेकिस्तान के रियल एस्टेट कारोबारी मुरारी लाल जालान के पास कंपनी की 51 फीसदी हिस्सेदारी होगी। इसके साथ ही 14 फीसदी हिस्सेदारी कालरॉक कैपिटल के पास और 10 फीसदी हिस्सेदारी ऋणदाताओं के पास होगी। जालान का भारत, रूस और उज्बेकिस्तान में निवेश है। कालरॉक कैपिटल लंदन की वित्तीय सलाहकार और वैकल्पिक परिसंपत्ति प्रबंधन इकाई है। उज्बेकिस्तान के रियल एस्टेट दिग्गज के एक करीबी शख्स ने बताया कि जालान नीति निर्माताओं, विमान कंपनियों और वेंडरों के साथ बातचीत कर रहे हैं और उन्होंने भरोसा दिया है कि विमानन कंपनी को उबारने के लिए पैसे की कोई दिक्कत नहीं आएगी। कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज में करीब 1,000 करोड़ रुपये निवेश करने का प्रस्ताव किया है। सूत्रों ने कहा कि नियामकीय मंजूरियां मिलने के बाद कंपनी के नए मालिक जेट में और निवेश करने के लिए तैयार हैं। एक जानकार शख्स ने क...